

राहुल सेन मांडव
मो 9669141814
मांडू न्यूज /मांडू के चतुर्भुज राम मंदिर में काशी के जगतगुरु बालक दास और महामंडलेश्वर पीठाधीश्वर डॉक्टर नरसिंह दास महाराज का भव्य मिलन हुआ। चतुर्भुज राम मंदिर में संतों के मिलन का यादगार पल देखने को मिला।
पुष्प वर्षा करते हुए संतो का स्वागत किया
मंदिर में संतों का स्वागत परंपरागत तरीके से किया गया।
आचार्य और पंडितों ने ढोल-नगाड़ों की धुन पर पुष्प वर्षा करते हुए उनकी अगवानी की। मंदिर की परंपरा के अनुसार महंतों को शाल, श्रीफल और विश्व की एकमात्र चारभुजा धारी भगवान राम की प्रतिमा का चित्र भेंट किया गया। संतों के जयकारों से गूंजा हॉल
गुरुकुल के बच्चों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पुष्पांजलि और महा आरती की। जगतगुरु बालक दास ने प्रसाद वितरण भी किया। दोनों संतों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया। इस अवसर पर मौजूद सैकड़ों श्रद्धालु भावविभोर हो गए। संतों के जयकारों से मंदिर का दीवान हॉल गूंज उठा।
बालक दास महाराज ने अपने उपदेश में कहा कि मनुष्य जीवन-मृत्यु के चक्र में सद्कार्य भूल जाता है। उन्होंने राजा परीक्षित का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे उन्होंने अपने अंतिम सात दिनों में मोक्ष प्राप्ति के लिए चिंतन किया। यह मिलन लोगों को आध्यात्मिक मार्ग की ओर प्रेरित करने और संसार की मोह-माया से दूर करने का माध्यम बना।